राज्यसभा में आतंकवाद के मुद्दे पर सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए राय ने कहा, आतंक प्रभावित इलाकों में भी घटनाएं लगभग शून्य गई हैं।
एनआईए पर एक वर्ग विशेष के खिलाफ कार्रवाई करने के आरोपों पर राय ने कहा कि यह सरासर गलत है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा, 2008 में अपने गठन से आज तक एनआईए की कार्रवाई को लेकर कभी कोई शिकायत नहीं मिली। यह केवल वही कहते हैं, जो किसी न किसी तरह से आतंकियों के हमदर्द हैं या ऐसी गतिविधियों के समर्थक हैं।
राय ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी बनाने का मकसद देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों की पारदर्शी व निष्पक्ष जांच करना है। एनआईए के मामलों के लिए जम्मू और रांची में एक-एक विशेष कोर्ट हैं। इसके अलावा देश में 30 न्यायालय हैं, जहां ऐसे मामले देखे जाते हैं। एनआईए की दोष सिद्धि दर 95.44 फीसदी है। आतंकी वित्त की स्थिति में यह सौ फीसदी है।
दिग्विजय सिंह के सवाल पर लगे ठहाके
कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने वर्ष 2006 से 2011 के बीच हुए मालेगांव, समझौता एक्सप्रेस, हैदराबाद की मस्जिद में धमाकों की जांच की स्थिति को लेकर सवाल पूछा था। इस पर राय ने कहा, कांग्रेस सांसद दिग्विजय शायद भूल गए कि ये सब मामले उनकी सरकार के...