विकास इसी साल जनवरी में आईएसआई एजेंट के संपर्क में आया और उसे फैक्टरी की गोपनीय एवं संवेदनशील सूचनाएं पहुंचा रहा था। एटीएस उसे गिरफ्तार कर लखनऊ लाई है, जहां एफआईआर दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है।
एटीएस को सूचना मिल रही थी कि पाकिस्तानी एजेंसी के हैंडलर विदेश मंत्रालय और भारत सरकार के कर्मचारियों अधिकारियों को फंसा रहे हैं। गोपनीय सूचनाएं व दस्तावेज हासिल करने के लिए हनी ट्रैप अथवा पैसों का लालच दिया जा रहा है। एटीएस ने -सर्विलांस के जरिये जांच शुरू की तो सबसे पहले आगरा के बुंदू कटना निवासी रविंद्र का नाम आया। वह फिरोजाबाद के हजरतपुर -आयुध फैक्टरी में चार्जमैन के पद पर तैनात था। उसके फोन से पाकिस्तानी एजेंट को भेजे गए संवेदनशील गोपनीय दस्तावेज मिले।
रविंद्र को गिरफ्तार करने के बाद जांच आगे बढ़ी तो नेहा शर्मा नाम का इस्तेमाल कर -आईएसआई एजेंट के कानपुर आयुध फैक्टरी के जूनियर वर्क्स मैनेजर कुमार विकास से संपर्क में होने की जानकारी सामने आई।...