राजस्थान में पकड़ी गईं फर्जी डिग्रियों के मामले में जयपुर एसओजी की टीम जेएस यूनिवर्सिटी के इस फर्जीवाड़े के पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है। वहीं डीएम रमेश रंजन ने भी शासन के निर्देश पर यूनिवर्सिटी की जांच के लिए सीडीओ शत्रोहन वैश्य की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की थी। कुलपति समेत यूनिवर्सिटी के अन्य प्रशासनिक अधिकारियों, छात्रछात्राओं, उनके अभिभावकों को इस मामले से जुड़े हुए साक्ष्य, गवाही, अभिलेख प्रस्तुत करने का सोमवार तक का समय दिया गया था।
राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच कमेटी यूनिवर्सिटी की भूमि के अभिलेख प्राप्त करने के बाद उनका तहसील में भू-अभिलेखों से उसका मिलान करेगी। इस जांच में अगर कहीं कोई कमी पाई जाती है, तो पूरी जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
यूनिवर्सिटी प्रशासन में मची खलबली
जेएस यूनिवर्सिटी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने जेएस यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द होने के संकेत दिए हैं। वहीं आगरा में अग्रवन हेरिटेज यूनिवर्सिटी की भी जांच कराए जाने का दावा किया है। उच्च शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन में खलबली मची हुई है।
एसओजी ने की जांच, हार्ड डिस्क बरामद
राजस्थान से शिकोहाबाद लाए गए कुलाधिपति डॉ. सुकेश यादव और रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा की निशानदेही पर जयपुर एसओजी ने यूनिवर्सिटी में लगातार 6 घंटे तक जांच-पड़ताल की। टीम ने अपनी जांच के लिए कंप्यूटरों की हार्ड डिस्क एवं कुछ अन्य दस्तावेजों को बरामद किया है। उन्हें टीम अपने साथ जयपुर ले गई है।
अग्रवन हेरिटेज विवि पर भी फर्जी डिग्री बांटने का शक
शिकोहाबाद स्थित जेएस विश्वविद्यालय में बीपीएड की फर्जी डिग्री का मामला प्रकाश में आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने डॉ. सुकेश यादव के अन्य शिक्षण संस्थानों की जांच भी शुरू कर दी है। आगरा के अग्रवन हेरिटेज विश्वविद्यालय की जांच भी की जा रही है। इस विवि को भाजपा सरकार ने दो ...