विभागीय रिपोर्ट में सामने आई स्थिति, शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश
प्रदेश में टीकाकरण की स्थिति ठीक नहीं है। तमाम दावों के बावजूद 10 जिले लक्ष्य से काफी पीछे हैं। सबसे खराब स्थित ललितपुर, जालौन और मथुरा की है। इसी तरह खसरा का टीका लगाने में बुंदेलखंड के सभी जिले पीछे हैं। यह खुलासा हुआ है विभागीय रिपोर्ट में। अब इन जिलों में विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक की रिपोर्ट के मुताबिक सभी तरह के टीकाकरण के मामले में खराब स्थिति वाले 10 जिलों को चिह्नित किया गया है। जहां राज्य का औसत टीकाकरण 101 फीसदी है, वहीं 10 जिले 94 फीसदी से नीचे हैं। इनमें ललितपुर में 77 फीसदी, जालौन में 80 फीसदी, मथुरा में 90 फीसदी, शामली में 91 फीसदी, हमीरपुर में 91 फीसदी, अलीगढ़, मेरठ, बांदा, अयोध्या में 93 फीसदी और आगरा में 94 फीसदी टीकाकरण हुआ है।
बीसीजी की पहली डोज देने के मामले में गौतमबुद्धनगर में सर्वाधिक 131 फीसदी, गाजियाबाद में 116 फीसदी और शाहजहांपुर में 111 फीसदी टीकाकरण हुआ है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इन जिलों में आधारभूत संरचना से जुड़ी परियोजनाएं ज्यादा हैं। ऐसे में विभिन्न जिलों के श्रमिक वर्ग के लोग पलायन कर आए हुए हैं, इसलिए यहां लक्ष्य से अधिक टीकाकरण हुआ है। बीसीजी टीकाकरण में कम टीकाकरण करने वाले जिलों में जालौन की स्थिति खराब है। यहां सिर्फ 63 फीसदी टीकाकरण हुआ है।
इसी तरह ललितपुर व महोबा में 65, बांदा में 70, उन्नाव में 71, हमीरपुर में 72, चित्रकूट में 82, कानपुर नगर में 75, कानपुर देहात में 82, हरदोई में 80 फीसदी टीकाकरण हुआ है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इन जिलों में निगरानी बढ़ाई गई है। अतिरिक्त टीमें लगा...