प्रदेश में प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने के साथ निवेशकों की संख्या में भी तेजी आई है। जमीन-फ्लैट में निवेश तेजी से हो रहा है। मार्च 2023 से फरवरी 2024 की तुलना में मार्च 2024 से फरवरी 2025 में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त में उल्लेखनीय तेजी आई है। इस अवधि स्टांप व पंजीयन विभाग के राजस्व में करीब तीन हजार करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
स्टांप व निबंधन के तहत मार्च 2024 से इस वर्ष फरवरी तक की राजस्व प्राप्ति 27,588.41 करोड़ रुपये रही। जबकि मार्च 2023 से पिछले वर्ष फरवरी तक राजस्व प्राप्ति 24,439.78 करोड़ रुपये थी। यानी पिछली फरवरी की तुलना में इस फरवरी को स्टांप विभाग ने 3148.63 करोड़ रुपये का राजस्व ज्यादा अर्जित किया।
स्टांप व निबंधन मद के तहत फरवरी तक प्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य का 84.5 प्रतिशत है, जो अन्य विभागों की तुलना में सर्वाधिक है। सरकारी खजाना भरने के मामले में दूसरे नंबर पर आबकारी विभाग है। पिछली फरवरी की तुलना में इस फरवरी शराब की बिक्री में इजाफा हुआ है। इसीलिए लगभग 1600 करोड़ रुपये इस मद में ज्यादा आए हैं।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक प्रदेश में आबकारी मद के तक फरवरी 2025 तक 42,830.01 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। जबकि पिछले वर्ष फरवरी 2024 तक 41,224.43 करोड़ राजस्व के रूप में मिले थे।
आबकारी विभाग ने लक्ष्य का 81 फीसदी हासिल किया है। जीएसटी के रूप में इस वर्ष फरवरी तक 75,749 रुपये मिले जबकि पिछले वर्ष फरवरी तक 68,450 करोड़ रुपये प्राप्त ...