इनमें आठ भाजपा पार्षद हैं। इससे कोरम पूरा न होने से बैठक स्थगित कर दी गई। बजट का प्रस्ताव प्रस्तुत भी नहीं हो सका। अगली बैठक 18 मार्च को है। नगर निगम के इतिहास में यह पहला मौका है जब कार्यकारिणी की बैठक में इतनी बड़ी संख्या में सत्ता पक्ष के सदस्य नहीं पहुंचे।
नए वित्तीय वर्ष 2025-26 के मूल बजट को पास करने के लिए बुलाई गई कार्यकारिणी में सिर्फ कार्यकारिणी उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता और सदस्य रंजीत सिंह यादव ही पहुंचे। दोनों भाजपा के पार्षद हैं।
कार्यकारिणी से मंजूरी के बाद सदन में पास होता है प्रस्ताव
नगर निगम की 12 सदस्यीय कार्यकारिणी प्रदेश सरकार की कैबिनेट की तरह होती है। इसमें नगर निगम से जुड़े सभी वित्तीय एवं नीतिगत मामलों पर चर्चा होती है। कार्यकारिणी से मंजूरी के बाद प्रस्ताव सदन में पास कराया जाता है। वर्तमान में 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में 10 सदस्य भाजपा और...